लाठीचार्ज के विरोध में शुक्रवार 25 अक्टूबर को यमुना घाटी बंद का आह्वान किया गया है. यमुना घाटी जिला उद्योग व्यापार मंडल ने बंद बुलाया है. जिला महामंत्री सुरेंद्र रावत ने कहा कि भटवाड़ी लाठीचार्ज के विरोध में सभी हिंदू संगठन एकजुट हैं. इसे देखते हुए बंद बुलाया गया है. इस आह्वान पर शुक्रवार को संपूर्ण यमुना घाटी के बाजार बंद रहेंगे. जिसके अंतर्गत नैनबाग से लेकर यमुनोत्री व मोरी के कई बाजार आते हैं. वहीं, इस बीच जिलाधिकारी मेहरबान सिंह ने सभी से शांति व्यवस्था बनाए रखने के अपील की है.
वहीं, देर शाम काली कमली धर्मशाला में पत्रकारों से वार्ता करते देवभूमि रक्षा अभियान के संस्थापक स्वामी दर्शन भारती ने चेतावनी दी है कि अगर शुक्रवार को नमाजियों को नमाज अदा करने दी गई तो वह फिर आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी. जरूरत पड़ने पर बाजार बंद भी करवाया जाएगा. उन्होंने कहा कि उनके लिए प्रशासन धारा 163 लगाने की बात कह रहा है तो यह नमाजियों के लिए भी होनी चाहिए.
जिलाधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट ने जनपदवासियों से शांति व्यवस्था को बनाए रखने में सहयोग करने की अपील की है. उन्होंने कहा किसी को भी जिले की कानून-व्यवस्था को हाथ में लेने व शांति भंग करने की इजाजत नहीं दी जाएगी. जिलाधिकारी ने कहा आज जिला मुख्यालय उत्तरकाशी में प्रदर्शन के लिए संयुक्त सनातन धर्म रक्षक संघ को सशर्त अनुमति देते हुए इसके लिए पूर्वाह्न 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक का समय निर्धारित किया गया था. इस संबंध में प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों के साथ गत दिन हुई वार्ता में प्रदर्शनकारी संगठन के नेताओं ने अनुमति की शर्तों के अनुसार तय रूट और समय के भीतर शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की वचनबद्धता व्यक्त की थी. इस प्रदर्शन के लिए श्रीदेव सुमन मंच हनुमान चौक से होते हुए मुख्य बाजार-कालीकमली धर्मशाला-बस स्टेशन से सिंगल तिराहा-विश्वनाथ चौक से होते हुए रामलीला मैदान तक रैली जुलूस निकालने का रूट तय हुआ.
नगर में आज धारा 163 बीएनएसएस के तहत निषेधाज्ञा भी लागू की गई थी. प्रदर्शन के दौरान कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए नगर में विभिन्न स्थानों पर पुलिस बल की तैनाती करने के साथ ही प्रदर्शन स्थल पर परगना मजिस्ट्रेट सहित पुलिस के अधिकारी भी तैनात थे. प्रशासन व पुलिस के अधिकारी कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए नेताओं से निरंतर आग्रह करते रहे, लेकिन आज प्रदर्शनकारियों ने अनुमति की शर्तों, तय रुट प्लान तथा निषेधाज्ञा का उल्लंघन कर सिंगल तिराहे पर लगाये गए बैरिकेट्स को तोड़ दिए. जिसके बाद भीड़ के द्वारा पथराव भी किया गया. इस पथराव में कुछ पुलिसकर्मी और प्रदर्शनकारी चोटिल हुए. जिसके चलते पुलिस को बाध्य होकर स्थिति को नियंत्रण में बनाये रखने के लिए हल्का बल प्रयोग करना पड़ा.