एसटीएफ की टीम ने तीन करोड़ से अधिक की ठगी करने वाले मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने ग्रेटर मुम्बई पुलिस ऑफिसर और सीबीआई अधिकारी बन कर पीड़ित को लगभग 48 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट कर करोड़ों की ठगी कर ली.
एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि राजपुर रोड निवासी एक युवक ने तहरीर में बताया कि 20 मई को उसके मोबाइल पर Fedex कोरियर से एक कॉल आई थी. जिसमें कहा गया कि उसका पार्सल मुम्बई एयरपोर्ट पर नारकोटिक्स विभाग ने पकड़ लिया है. कॉल करने वालों ने युवक को डराते हुए कहा कि उसके नाम से ड्रग्स और फर्जी पासपोर्ट पाए गए हैं. उसके खिलाफ मनी लॉन्डरिंग का केस दर्ज किया गया है.
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए एसटीएफ की टीम ने मामले की जांच शुरू की. साइबर क्राइम की टीम ने बैंक खातों, मोबाइल नंबरों की जानकारी के लिए सम्बंधित बैंकों, सर्विस प्रदाता कंपनी से पत्राचार कर डेटा साक्ष्य एकत्रित कर घटना में शामिल मुख्य आरोपी चिन्हित कर आरोपी की तलाश के लिए दबिश देना शुरू की. आरोपी गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था.
पुलिस ने आरोपी मनोज (27) को निवासी बहराइच से गिरफ्तार कर लिया है. जांच में पता चला कि धोखाधडी में इस्तेमाल किये जा रहे बैंक अकाउंट के खिलाफ देशभर में अभी तक 76 शिकायत दर्ज है. अकाउंट में छह करोड़ से अधिक की धनराशि का संदिग्ध लेनदेन होना पाया गया है.