केदारनाथ पैदल मार्ग पर अब तक रामबाड़ा से लिनचोली तक बर्फ हटा ली गई है। हालांकि, अभी बर्फ को काट कर अस्थाई रास्ता बनाया जा रहा है। बर्फ हटाने के कार्य में 50 मजदूर लगे हैं। केदारनाथ धाम में फरवरी अंत व मार्च शुरू में बर्फबारी के चलते बर्फ हटाने के कार्य तय समय पर शुरू नहीं हो पाया था।
मौसम अनुकूल होने पर गत चार मार्च से बर्फ हटाने का कार्य शुरू किया गया। पिछले एक सप्ताह में रामबाड़ा से लेकर छोटी लिनचोली तक बर्फ हटाई है। लगभग तीन किमी पैदल मार्ग पर बर्फ को लगभग दो मीटर चौडाई तक हटाया है। कई स्थानों पर बर्फ को काट कर फिलहाल अस्थाई रास्ता बनाया जा रहा है।
एक मार्च से केदारनाथ पैदल मार्ग से बर्फ हटाने का कार्य शुरू किया जाना था, लेकिन लगातार बर्फबारी के चलते बर्फ हटाने का कार्य चार दिन बाद शुरू हो सका। डीडीएम लोनिवि की पचास मजदूरों की टीमें बर्फ हटाने का कार्य में जुटी है। गौरीकुंड से रामबाड़ा तक लगभग छह किमी पैदल मार्ग पर बर्फ नहीं है।
इस वर्ष जहां दिसंबर व जनवरी में बर्फबारी नही हुई वहीं फरवरी माह के शुरुआत में केदारनाथ धाम समेत पैदल मार्ग पर तीन से चार फीट बर्फ जम गई। फरवरी अंत से शुरू हुई बर्फबारी मार्च के शुरुआत में भी जारी है। इससे ताजी बर्फ पैदल मार्ग पर बड़ी मात्रा में जम गई है।
भीमबली से लेकर केदारनाथ धाम तक पूरे आठ किमी पैदल मार्ग पर चार फीट तक बर्फ जमी है, जबकि लिनचोली, रुद्राबैंड व केदारनाथ धाम में कई स्थानों पर आठ फीट तक बर्फ जमी है। इन स्थानों पर बर्फ काट कर बर्फ के ऊपर से पैदल मार्ग बनाया जाएगा।
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की लोनिवि शाखा के अधिशासी अभियंता विनय झिंकवाण ने बताया कि केदारनाथ पैदल मार्ग से बर्फ हटाने का कार्य चल रहा है। रामबाड़ा से बर्फ हटाने का कार्य शुरू किया गया था, छोटी लिनचोली तक बर्फ हटा कर रास्ता बनाया गया है। पचास मजदूर बर्फ हटाने के के कार्य में जुटे हैं। बताया कि फिलहाल बर्फ काट कर अस्थाई रास्ता तैयार किया जा रहा है।