मौसम का मिजाज काफी गर्म है और तापमान में उतार-चढ़ाव का क्रम बना हुआ है। प्रचंड ताप से राहत को लोग एयर कंडीशनर, कूलर, पंखे जैसे विद्युत यंत्रों की मदद ले रहे हैं। हल्द्वानी में गर्मी के झटकों के बीच उपकरणों का प्रयोग बढ़ने से बिजली की खपत भी बढ़ गई है।
ऐसे में क्षेत्र में सामान्य दिनों की अपेक्षा करीब 15 प्रतिशत तक डिमांड में वृद्धि हो गई है। मांग बढ़ने से उपभोक्ताओं को कटौती की मार भी झेलनी पड़ रही है। हल्द्वानी से लालकुआं तक सामान्य दिनों में 65 से 70 मिलियन यूनिट (एमयू) बिजली की खपत रहती है। इसमें नगर क्षेत्र में 28 एमयू और ग्रामीण इलाकों में 42 एमयू के आसपास डिमांड रहती है, मगर गर्मी बढ़ने के साथ क्षेत्र में बिजली की मांग करीब 75 से 80 एमयू तक पहुंच गई हैं।
खपत में वृद्धि होने से विभिन्न क्षेत्रों में अल्प समय की कटौती की समस्या भी हो रही है। थोड़ी-थोड़ी देर के शटडाउन से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इससे नलकूपों का संचालन भी प्रभावित हो रहा है। वहीं व्यापारिक गतिविधियों में भी दिक्कत आ रही है। हालांकि, ऊर्जा निगम के अधिकारियों का कहना है कि क्षेत्रों में छोटे फाल्ट आने या शिकायतों पर अल्प समय के शटडाउन लिए जाते हैं।
इधर, सुभाषनगर उपकेंद्र में लगाए गए अधिक क्षमता के नए ट्रांसफार्मर में लोड ट्रांसफर करने के लिए गुरुवार को दोपहर के समय आपूर्ति ठप रही। साथ ही गौलापार क्षेत्र में भी सुबह के समय सप्लाई प्रभावित रही। एसडीओ नीरज पांडे ने बताया कि गौलापार क्षेत्र के दानीबंगर में तारों में फाल्ट आने पर सुबह के समय आपूर्ति प्रभावित रही थी।