प्रदेश में सूख रहे 62 ट्यूबवेलों को जल संस्थान रेन वाटर हार्वेस्टिंग के माध्यम से रीचार्ज करेगा। इसके लिए सभी ट्यूबवेलों के नजदीक एक गड्ढा खोदा जाएगा, जिसमें वर्षा का पानी एकत्रित होगा।इसमें 50 मीटर गहरा पाइप भूमि के अंदर डाला जाएगा। पाइप के ऊपर फिल्टर बेड लगेगा, जिससे बरसात का पानी छनकर अंदर प्रवेश करेगा। 1.97 करोड़ रुपये की लागत से यह निर्माण होगा। जिसके लिए 1.18 करोड़ रुपये स्वीकृत हो चुके हैं।