आम लोग अक्सर जानकारी के आभाव में उपचार के लिए किसी झोलाछाप के पास पहुंचकर अपना शारीरिक व आर्थिक नुकसान करवा बैठते हैं। लेकिन ऐसे नकली डाक्टरों से अब छुटकारा मिलने जा रहा है।अब चिकित्सक की पहचान क्यूआर कोड से की जा सकेगी। इसी क्रम में आयुष चिकित्सकों को डिजिटल प्रमाण पत्र जारी किया जा रहा है। दरअसल, आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत अब प्रदेशभर में आयुष चिकित्सकों को राष्ट्रीय चिकित्सा प्राधिकरण एवं भारतीय चिकित्सा पद्धति आयोग की ओर से डिजिटल प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा।