गुरु-शिष्य की पवित्र परंपरा का प्रतीक गुरु पूर्णिमा पर्व पतंजलि योगपीठ के संस्थापक अध्यक्ष बाबा रामदेव व महामंत्री आचार्य बालकृष्ण महाराज के सान्निध्य में मनाया गया। इस अवसर पर बाबा रामदेव महाराज ने कहा कि गुरु पूर्णिमा भारत की गुरु परंपरा, ऋषि परंपरा, वेद परंपरा व सनातन परंपरा का बहुत ही गौरवपूर्ण व पूर्णता प्रदान करने वाला पर्व है।उन्होंने कहा कि अलग-अलग कारणों से पूरी दुनिया की नजर भारत की ओर है। भारत से पूरी दुनिया को शिक्षा, चिकित्सा के क्षेत्र में पारिवारिक, आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक जीवन में नई दिशा मिलेगी। यह दिशा देने का कार्य भारत गुरु देश के रूप में करता रहा है, इसीलिए भारत विश्वगुरु रहा है।
रामदेव को अपनी पहचान बताने में दिक्कत नहीं है, तो रहमान को क्यों
कांवड़ मेले के दौरान दुकानों व ढाबा मालिकों के नाम के सत्यापन को लेकर बाबा रामदेव ने कहा कि जब रामदेव को अपनी पहचान बताने में कोई दिक्कत नहीं है, तो रहमान को क्यों दिक्कत होनी चाहिए। अपने नाम पर तो सबको गौरव होता है। नाम छिपाने की कोई जरूरत नहीं है, अपने कार्य में शुद्धता व पवित्रता लाने की आवश्यकता है।