यदि आप कालसी-चकराता मोटर मार्ग पर सफर कर रहे हैं तो जरा संभल कर चलें। जजरेड पहाड़ी के ऊपर भारी भरकम पत्थर लटका हुआ है, जो कभी भी गिरकर मार्ग पर चलने वालों के लिए खतरा साबित हो सकता है। कुछ वर्ष पहले कोटी मार्ग पर पहाड़ी से गिरे भारी पत्थर की चपेट में आकर वाहन सवार दो लोगों की मौत हो गई थी।
उधर, कालसी थानाध्यक्ष भुवन चंद पुजारी ने बताया कि रविवार रात में भी कालसी-चकराता मोटर मार्ग पर यातायात बंद किया गया है। क्योंकि अभी तक पहाड़ी पर लटके पत्थर का कोई हल नहीं निकला है। शनिवार देर शाम को कालसी-चकराता मोटर मार्ग की जजरेड पहाड़ी पर सड़क से करीब 300 सौ मीटर ऊंचे हिस्से पर एक भारी पत्थर अपने स्थान से नीचे की ओर खिसक कर लटक गया है। जिसको लेकर लोक निर्माण विभाग काफी चिंतित नजर आ रहा है।
लोनिवि की टीम ने रविवार को मौके पर जाकर भारी पत्थर का जायजा लिया। अगर यह पत्थर नीचे लुढ़कता है तो मार्ग पर जजरेड के समीप बनी पुलिया को क्षतिग्रस्त कर सकता है। जिस कारण मार्ग पर वाहनों का आवागमन पूर्ण रूप से ठप होने की आशंका है।कालसी चकराता मोटर मार्ग पर प्रतिदिन सैकड़ों छोटे-बड़े वाहनों का आवागमन होता है। पहाड़ पर लटके पत्थर के कारण आवागमन करने वाले वाहन चालकों को हादसे का खतरा बढ़ गया है। इसको लेकर शनिवार रात्रि में कालसी थाना पुलिस व लोविनि साहिया ने रात्रि को पूर्ण रूप से वाहनों का आवागमन बंद किया था। जिसे रविवार सुबह सुचारु किया गया।
लोनिवि की अधिशासी अभियंता रचना थपलियाल ने बताया कि कर्मचारियों को पत्थर की स्थिति का जायजा लेने के लिए मौके पर भेजा गया था। पत्थर की ऊंचाई व लंबाई करीब तीन से चार मीटर है। जबकि चौड़ाई डेढ़ मीटर के करीब है। पत्थर को ब्लास्ट भी नहीं कर सकते हैं, क्योंकि जजरेड पहाड़ी सेंसेटिव है। सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर समाधान निकालने के प्रयास किया जा रहे हैं।जरूरत पड़ने पर विशेषज्ञ से भी संपर्क किया जाएगा, पत्थर को हटाने के बारे में चर्चा की जाएगी। ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। कहा जब तक सफल समाधान नहीं निकलता, तब तक कालसी-चकराता मोटर मार्ग पर रात्रि के समय सुरक्षा की दृष्टि से वाहनों का आवागमन बंद करने को लेकर जिलाधिकारी को रिपोर्ट दी जा रही है।