बेतालघाट-रामनगर मार्ग पर गौरद्यो क्षेत्र के समीप सब्जी से लदे ट्रक के बरसाती नाले के बीच फंस जाने से हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों ने वाहन के अंदर फंसे वाहन चालक को बामुश्किल बाहर निकाला।वाहन को लोडर मशीन की मदद से हटाए जाने के सोलह घंटे बाद आवाजाही शुरू हुई। मंगलवार शाम रामनगर निवासी ट्रक चालक मोहम्मद सलीम बेतालघाट ब्लाक के कांडा क्षेत्र से ट्रक में सब्जियां लादकर रामनगर स्थित मंडी को जा रहा था।
मो. सलीम गौरद्यो क्षेत्र के समीप पहुंचा ही था की उसने सूखे बरसाती नाले से वाहन निकालने का प्रयास किया। एकाएक बरसाती नाले के उफान में आने से ट्रक नाले के बीच में फंस गया। चालक की जिंदगी जोखिम में देख स्थानीय बालम सिंह ने साथियों की मदद से चालक को वाहन से बाहर निकाल सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
ट्रक के मार्ग के फंसने से आवाजाही भी ठप हो गई। बुधवार को सब्जी व दूध ले जा रहे वाहन भी फंसे रहे। किसानों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। स्कूलों को आवाजाही कर रहे शिक्षकों, कर्मचारियों व नौनिहालों को भी पैदल ही दूरी नापनी पड़ी। तकरीबन 11 बजे के आसपास लोडर मशीन से ट्रक को हटाए जाने के बावजूद यातायात शुरू हो सका।
उफनाया धनगढ़ी और पनोद नाला, 15 घंटे बंद रहा हाईवे
रामनगर में बुधवार सुबह बारिश लोगों के लिए मुसीबत बन गई। बारिश की वजह से धनगढ़ी व पनोद नाले उफान पर आ गए। जिसके चलते मंगलवार शाम सात बजे से बुधवार सुबह करीब दस बजे तक नेशनल हाईवे बंद हो गया। इससे कुमाऊं और गढ़वाल को जाने वाले वाहनों की आवाजाही नहीं हो पाई।
मालूम हो कि मंगलवार को हुई बारिश से धनगढ़ी व पनोद नाले के बीच में मलबे में कई वाहन फंस गए थे। वहीं, रात करीब दो बजे तक एसडीएम राहुल शाह, सीओ बीएस भंडारी, कोतवाल अरुण सैनी व फायर विभाग की टीम के साथ वाहन सवार लोगों को रेस्क्यू करने में जुटी रहे।
सड़क पर जेसीबी से मलबा हटवाकर पुलिस टीम ने हाईवे पर फंसे वाहनों को रेस्क्यू कर गंतव्य को भेजा। क्योंकि रात में पानी बढ़ने की आशंका पर वाहन सवार लोगों के लिए खतरा पैदा हो सकता था। लेकिन बुधवार सुबह फिर तेज बारिश हो गई। इससे धनगढ़ी व पनोद नाला फिर उफान पर गया। ऐसे में रामनगर से जाने वाली यात्री बसें, ट्रक व कार आगे नहीं बढ़ पाए। जंगल के पानी के साथ मलबा सड़क में आ गया।
इससे सड़क पर कीचड़ होने से वाहनों के निकलने के लिए दिक्कत हो गई। छोटे-बड़े वाहन जहां तहां खड़े होने से फंसे रहे और जाम की स्थिति बनी रही। इस दौरान जाम में फंसने से लोग काफी परेशान रहे। पुलिस प्रशासन की टीम ने जेसीबी से मलबा हटाने में जुटी रही। पहाड़ जाने वाले लोगों ने बताया कि सुबह दस बजे के बाद वाहनों की आवाजाही सुचारू हो पाई।
रात से सुबह तक करीब 15 घंटे तक इस हाईवे पर वाहनों का संचालन बंद रहा। कई लोगों ने पनोद व धनगढ़ी में वाहन फंसने की वजह से हुई परेशानी को इंटरनेट मीडिया में भी साझा किया है। उनका कहना है कि पर्वतीय क्षेत्र को जाने वाले लोगों के लिए बरसात में कोई व्यवस्था नहीं है। हर साल की यही परेशानी रहती है। सरकार को इस मार्ग को आल वेदर रोड बनाना चाहिए।