दो लाइनों से पानी लेना अब उपभोक्ताओं को भारी पड़ रहा है। दरअसल, पेयजल निगम की विश्व बैंक परियोजना से उपभोक्ताओं के घरों में लगाए गए नए संयोजनों में पुरानी लाइनें भी जुड़ी हुई मिली। इसके चलते नए संयोजन से पुरानी लाइनों में पानी जा रहा है। दूसरी लाइन में पानी जाने के चलते मीटर में पानी की रीडिंग ज्यादा आ रही है। जिसके चलते उपभोक्ताओं के 10 से 25 हजार रुपये बिल आए हैं।
बीते दिन पहले बड़े हुए बिल को लेकर गौजाजाली क्षेत्रों के पार्षद संग लोगों ने बरेली रोड स्थित पेयजल निगम कार्यालय में धरना दिया। जिसके बाद पेयजल निगम के महाप्रबंधक की ओर से हल्द्वानी की अधिशासी अभियंता ज्योति पालनी से जवाब तलब किया गया।
अत्याधिक बिल आने वाले उपभोक्ताओं के घर जाकर जांच की
इंजीनियर ज्योति ने महाप्रबंधक को पत्र लिखकर बताया कि अत्याधिक बिल आने वाले उपभोक्ताओं के घर जाकर जांच की गई। जिसमें सामने आया कि अधिकांश घरों में पुरानी लाइनें नए संयोजनों में मीटर के पश्चात जुड़ी पायी गई। इसके चलते घरों के साथ ही पुरानी लाइनों में भी पानी जा रहा है।
मीटर में पानी की खपत दर्ज होने के चलते ज्यादा बिल आया है। उपभोक्ताओं को पुरानी लाइनें के कनेक्शन काटने के लिए पूर्व में ही बता दिया गया है। वर्तमान में कई उपभोक्ताओं ने पुराने कनेक्शन काट दिए हैं। जिसके चलते अब उनके घरों में सामान्य बिल आ रहा है। हालांकि कई लोग ज्यादा पानी का इस्तेमाल कर रहे हैं, इसके चलते भी पानी का बिल ज्यादा आ रहा है।
एक माह में 20 किलोलीटर पानी खर्च करने में आएगा 229 रुपये बिल
पेयजल निगम के मुताबिक 20 किलोलीटर (20 हजार लीटर) पानी खर्च करने पर एक माह का पानी का बिल 229 रुपये आ रहा है। जबकि इससे अधिक पानी खर्च होने पर उपभोक्ताओं को 16.56 प्रति किलोलीटर के हिसाब से रुपये देने पड़ रहे हैं। जो उपभोक्ता पानी का 20 किलो लीटर से अधिक इस्तेमाल कर रहे हैं उनके बिल बड़े हुए ही आएंगे।
1214 लोगों ने अब भी जमा नहीं किया बिल
सहायक अभियंता वाईएस रावत ने बताया कि गौजाजाली के कुल 2700 उपभोक्ताओं हैं। इसमें से मार्च तक 1475 लोगों ने बिल जमा नहीं किया था। जिसके बाद अब हाल ही में 261 उपभोक्ताओं ने बिल जमा कर दिया है। करीब 1214 उपभोक्ता ऐसे हैं जो अभी भी बिल जमा करने में आनाकानी कर रह हैं।