देहरादून से यात्रियों को लेकर काठगोदाम जा रही नैनी-दून जनशताब्दी ट्रेन को दुर्घटनाग्रस्त करने की साजिश लोको पायलट की सूझबूझ से विफल हो गई। आपराधिक तत्वों ने ट्रैक पर लोहे का पोल रखा था। लोको पायलट ने दूर से पोल देखकर इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया।
जानकारी के अनुसार बुधवार रात रुद्रपुर सिटी स्टेशन से 500 मीटर दूर यूपी सीमा में स्थित बिलासपुर क्षेत्र में अवांछनीय तत्वों ने रेलवे ट्रैक पर लोहे का पोल रख दिया था। इस दौरान ट्रैक से करीब साढ़े नौ बजे देहरादून से काठगोदाम जाने वाली नैनी-दून जन शताब्दी ट्रेन को गुजरना था।बिलासपुर क्षेत्र में ट्रेन होम सिग्नल के पास पहुंची ही थी कि लोको पायलट को ट्रैक पर कुछ सामान रखा दिखाई दिया। इस पर उसने इमरजेंसी ब्रेक लगा दी। ट्रेन के रुकने से यात्रियों में खलबली मच गई। ट्रेन घटनास्थल से चंद मीटर पहले जाकर रुक गई।
लोको पायलट ने नीचे उतरकर देखा तो रेलवे ट्रैक पर आर-पार लोहे का पोल रखा मिला। पायलट ने इसकी सूचना रुद्रपुर सहित स्टेशन अधीक्षक बिलासपुर व जीआरपी-आरपीएफ को दी थी। सूचना मिलते ही टीम वहां पहुंची और पोल को ट्रैक से हटाकर अलग किया। इसके बाद ट्रेन 20 मिनट देरी से काठगोदाम के लिए रवाना हुई। घटना के बाद से ही आरपीएफ, जीआरपी की टीमें यूपी पुलिस के साथ मिलकर साजिश करने वालों को चिह्नित करने में जुटी है। रेलवे प्रशासन रामपुर स्थित जीआरपी थाने में केस दर्ज कराने की कार्रवाई कर रहा है।
रुद्रपुर स्टेशन से 500 मीटर आगे रेलवे ट्रैक पर लोहे का पोल रखे जाने के मामले में रामपुर जिले के बिलासपुर थाने में अज्ञात अवांछनीय तत्वों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मामले में अवांछनीय तत्वों को चिह्नित करने के लिए जीआरपी, आरपीएफ एवं पुलिस की टीम टीमें गठित की गई हैं। टीमें जांच में जुटी हुई हैं।
बुधवार की देर शाम रुद्रपुर स्टेशन से आगे रेलवे ट्रैक पर लोहे का पोल रखे जाने की लोको पायलट ने सूचना दी। इस मामले में अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर तीन टीमों को जांच के लिए लगाया गया है। जल्द ही अवांछनीय तत्वों को चिह्नित कर गिरफ्तारी की जाएगी। राजेंद्र सिंह, जनसंपर्क अधिकारी, पूर्वोत्तर रेलवे।