खाकी में मातृशक्ति का दबंग रूप हैं IPS Shweta Chaubey, निर्बल के लिए रक्षक तो समाज के द्रोहियों के लिए मर्दानी

प्रदेश की महिलाओं ने हर क्षेत्र में विलक्षण कार्य कर उत्तराखंड का नाम देश-विदेश में रोशन किया है। उत्तराखंड पुलिस की ऐसी ही एक महिला अधिकारी हैं श्वेता चौबे, जो हमेशा निर्बल के रक्षक की भूमिका में रही हैं। वह स्वयं दबिश देकर बाहरी राज्यों से अपराधियों की धरपकड़ करती हैं और उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचाकर ही दम लेती हैं।

आइपीएस अधिकारी श्वेता चौबे जहां भी तैनात रहीं, वहां उन्होंने खाकी का नाम रोशन किया।  उत्तराखंड में फर्जी शिक्षक घोटाले की परत खोलने में आइपीएस श्वेता चौबे की अहम भूमिका रही। आठ माह के अंदर उन्होंने 65 फर्जी शिक्षकों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचाया।

कुंभ का सफल आयोजन था बड़ी चुनौती

इसके बाद वर्ष 2010 में उनकी तैनाती हरिद्वार में हुई तो कुंभ का सफल आयोजन बड़ी चुनौती था। दिन-रात मेहनत व लगन से काम करते हुए उन्होंने आला अधिकारियों के सहयोग से कुंभ मेले का सफल आयोजन करवाया। तब तत्कालीन मुख्यमंत्री रहे रमेश पोखिरयाल निशंक ने उन्हें मुख्यमंत्री पदक से सम्मानित किया।

इसके बाद वर्ष 2013 में आई केदारनाथ आपदा में उनकी ड्यूटी कंट्रोल रूप में लगी। डेढ़ महीने तक चले रेस्क्यू के दौरान उन्होंने जहां बेहतर समन्वय बनाया, वहीं जरूरतमदों तक राहत सामग्री पहुंचाई। बेहतर कार्य के लिए उन्हें मुख्यमंत्री सराहनीय सेवा पदक प्रदान किया गया। वर्ष 2016 के हरिद्वार अर्द्धकुंभ में भी उनका प्रदर्शन बेहतर रहा, जिसके बाद उन्हें एसपी देहात की जिम्मेदारी दी गई।

विकासनगर व डोईवाला क्षेत्र में अवैध खनन पर रोक लगाते हुए उन्होंने खनन माफिया पर नकेल कसी। वहीं, कई शराब तस्करों को सलाखों के पीछे पहुंचाया। इसके बाद उन्हें एसपी सिटी देहरादून बनाया गया तो बाहरी राज्यों के बदमाशों को उन्होंने सबक सिखाया।

वर्ष 2020 में क्रिकेटर अभिमन्यु ईश्वरन के घर करोड़ों की डकैती पड़ी थी। तब एसएसपी रहे अरुण मोहन जोशी ने एसपी सिटी श्वेता चौबे के नेतृत्व में टीमों को बाहरी राज्यों में दबिश के लिए भेजा। टीमें अलग-अलग जगह दबिश में गईं तो एसपी सिटी स्वयं बदमाश के घर दबिश देकर उसे उठाकर देहरादून लेकर आईं।

कोविडकाल में भी निभाई अहम भूमिका

कोविडकाल में जब लोग घरों से निकलने में डर रहे थे, तब श्वेता चौबे ने बच्चों से दूर रहकर जरूरतमंदों के घर-घर राशन पहुंचाने और बाहरी राज्यों के लोगों को उनके घर भिजवाने में अहम भूमिका निभाई। इस दौरान वह कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए रात में बाइक से शहर भ्रमण पर निकलती थीं। एसपी चमोली बनने पर उन्होंने हेली बुकिंग व होटल के नाम पर वसूली जैसे कई घोटालों का पर्दाफाश किया और चारधाम यात्रा का सुचारु संचालन करवाया।

पौड़ी की बेटी के हत्यारों पर लगाई गैंगस्टर

पौड़ी की बेटी की ऋषिकेश स्थित रिसोर्ट में हत्या के मामले में जब पौड़ी में हंगामा चल रहा था तो उन्हें काननू व्यवस्था बनाने के लिए एसपी पौड़ी की बड़ी जिम्मेदारी दी गई। उन्होंने पूरे मामले को गंभीरता से लेते तीनों आरोपितों के विरुद्ध गैंगस्टर लगाई। इस मामले में तीनों आरोपित अब भी जेल में हैं। देहरादून में बैठकर विदेश के वरिष्ठ नागरिकों के साथ साइबर ठगी के कई घोटालों का भी उन्होंने पर्दाफाश किया।

श्वेता की उपलब्धियां

  • वर्ष 2010: कुंभ मेले के सफल आयोजन में अहम भूमिका निभाने पर मुख्यमंत्री से सम्मान
  • वर्ष 2023 : केदारनाथ आपदा को लेकर सराहनीय सेवा मेडल
  • वर्ष 2019: विशेष जांच के लिए विशिष्ट अवार्ड
  • वर्ष 2019 : मुख्यमंत्री की ओर से विशेष सराहनीय सम्मान
  • वर्ष 2020: मुख्यमंत्री के हाथों विशिष्ट सेवा मेडल
  • वर्ष 2022: विशिष्ट कार्य के लिए राज्यपाल के हाथों सम्मान
  • वर्ष 2023 : राज्यपाल के हाथों विशेष सम्मान
  • वर्ष 2023: सराहनीय सेवाओं के लिए राष्ट्रपति के हाथों सम्मान

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