गौ रक्षा विभाग की टीम ने नगर पालिका के सहयोग से रुद्रप्रयाग शहर में निराश्रित घूम रहे गौवंश की सुरक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है. गौ रक्षा विभाग की टीम ने निराश्रित घूम रहे गौवंशों के गले में रेडियम बेल्ट लगाए. करीब 25 गौवंश को रेडियम बेल्ट पहनाई गई. इससे रात के समय वाहनों की चपेट में आने से पशुओं की जान बच सकेगी.
दरअसल, नगर पालिका रुद्रप्रयाग क्षेत्र के के साथ ही अन्य शहरी इलाकों में बड़ी संख्या में निराश्रित गौवंश घूम रहे हैं. ये गौवंश रात के समय वाहनों की चपेट में आ रहे हैं. इससे ये चोटिल होने के साथ ही असमय मौत का शिकार भी हो रहे हैं. ऐसे में गौ रक्षा विभाग की ओर से नगर पालिका से इन निराश्रित गौवंश की जान बचाने को लेकर इनके गले में रेडियम बेल्ट लगाने का निवेदन किया गया. गौ रक्षा विभाग की मांग पर नगर पालिका की ओर से रेडियम बेल्ट उपलब्ध कराये गए. मंगलवार रात के समय गौ रक्षा विभाग की टीम ने नगर पालिका के सफाई कर्मियों के सहयोग से रुद्रप्रयाग शहर में निराश्रित घूम रहे गौवंश पशुओं के गले में रेडियम बेल्ट बांधे.
गौ रक्षा विभाग के जिलाध्यक्ष ने बताया कि उनके विभाग की ओर से बदरीनाथ हाईवे से सटे सिरोबगड़ के ठीक सामने पपड़ासू गांव में बनाये गए निराश्रित गौवंश रक्षाशाला में 30 के करीब गौवंश की अपने संसाधनों से सेवा की जा रही है. इसके अलावा रुद्रप्रयाग शहर के साथ ही अन्य जगहों पर निराश्रित गौवंश की सेवा की जा रही है. गौ रक्षा विभाग का मकसद शहरी इलाकों में घूम रहे निराश्रित गौवंश का संरक्षण और संवर्धन करना है. गौवंश रक्षा विभाग पिछले डेढ़ साल में सड़क हादसों में घायल हुए 400 से ज्यादा पशुओं का इलाज कर चुका है. विभाग के जिलाध्यक्ष ने बताया कि पिछले डेढ़ साल में ही 40 से ज्यादा गौवंश सड़क हादसों में जान गंवा चुके हैं.