भारतीय सैन्य अकादमी में बुधवार शाम को तैराकी प्रशिक्षण के दौरान कैडेट की डूबने से मौत हो गई है.आईएमए प्रबंधन ने घटना की जांच शुरू कर दी है. पता लगाया जा रहा है कि हादसे के पीछे किसी की लापरवाही है या अन्य कोई वजह तो जिम्मेदारी नहीं है. रात में मिलिट्री अस्पताल से कैंट कोतवाली पुलिस को सूचना दी गई और गुरुवार को पोस्टमार्टम के बाद आईएमए के अफसर शव अपने साथ ले गए.
कैंट कोतवाली से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार रात करीब 10 बजे मिलिट्री अस्पताल से कैडेट की मौत की सूचना मिली. पुलिस को सूचना मिलने के बाद जांच करने के बाद जानकारी मिली कि आईएमए में अफसर बनने के लिए प्रशिक्षण ले रहे 33 वर्षीय कैडेट बालू एस निवासी केरल, त्रिवेंद्रम की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई है. कैडेट बालू एस का चयन आर्मी कैडेट कॉलेज के माध्यम से स्पेशल कमीशंड ऑफिसर के तौर पर हुआ था.
चयन के बाद आईएमए में कड़ा सैन्य प्रशिक्षण दिया जा रहा था. पुलिस को सेना के अधिकारियों ने बताया है कि आईएमए में इन दिनों इस बैच के कैडेटों का तैराकी का सेशन चल रहा है. इसके लिए कैडेट भी तैयारी में लगे थे. बुधवार शाम को आईएमए परिसर स्थित स्विमिंग पूल में बालू एस डूब हुए मिले. उन्हें मिलिट्री अस्पताल ले जाया गया. मिलिट्री अस्पताल में बालू एस को मृत घोषित कर दिया गया. जिसके बाद कैंट कोतवाली ओर कैडेट के परिवार को सूचना दी गई थी. उसके परिजन देहरादून आकर शव अपने साथ ले गए.
बता दें कि एसीसी के जरिए चयनित कैडेट तीन साल की ग्रेजुएशन डिग्री के साथ शुरुआती सैन्य प्रशिक्षण पूरा करते हैं. उसके बाद चौथे साल में आईएमए के कड़े प्रशिक्षण कार्यक्रम का हिस्सा बनते हैं और अपनी अंतिम ट्रेनिंग पूरी करके पास आउट होते हैं.
आईएमए में इससे पहले भी सैन्य प्रशिक्षण के दौरान कैडेट्स की मौत की घटनाएं हो चुकी हैं. अगस्त 2017 में दो कैडेट की 10 किलोमीटर की दौड़ के दौरान मौत हो चुकी थी. साल 2019 में लांघा रोड के पास एक कैडेट रात के नेविगेशन प्रशिक्षण के दौरान एक गहरी खाई में गिरने से गंभीर घायल हो गया था और उसके बाद इलाज के दौरान मौत हो गई थी.