बद्रीनाथ धाम पर विवादित बयान देने को लेकर समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्या की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। सपा नेता के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग करते हुए दाखिल याचिका पर हरिद्वार की एक अदालत सुनवाई के लिए तैयार हो गई है। वकील अरुण भदौरिया की ओर से दी गई अर्जी पर 11 अगस्त को सुनवाई होगी।
भदौरिया ने कहा, ‘कोर्ट ने सुनवाई के लिए 11 अगस्त की तारीख तय की है। अगली सुनवाई पर कोर्ट मेरा (शिकायतकर्ता) का बयान दर्ज करेगी।’ भदौरिया ने सनातन धर्म मानने वालों की भावनाओं को आहद किए जाने का आरोप लगाते हुए मौर्या के खिलाफ आईपीसी की धाराओं के तहत केस दर्ज करने की मांग की है। इससे पहले एक संत ने हरिद्वार कोतवाली पुलिस स्टेशन में मौर्या के खिलाफ शिकायत दी थी।
भूमा निकेतन आश्रम के स्वामी अच्युतानंद तीर्थ ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि मौर्या के बयान से हिंदुओं की भावनाएं आहत हुई हैं। शिकायतक में उन्होंने कहा, ‘बद्रीनाथ धार्मिक स्थल और करोड़ों हिंदुओं की आस्था का केंद्र है। बिना किसी सबूत के राजनीतिक लाभ के लिए मौर्या ने हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने और समुदायों में दुश्मनी पैदा करने के लिए बयान दिया। इससे सांप्रदायिक हिंसा और दंगा हो सकता है।’