उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने के लिए जद्दोजहद दसवें दिन भी जारी है। रेस्क्यू दल को कल देर रात उस समय बड़ी सफलता मिली जब एंडोस्कोपिक फ्लेक्सी कैमरा सुरंग में फंसे मजदूरों तक पहुंचा दिया गया। सभी श्रमिक सुरक्षित हैं।
सुरंग के अंदर फंसे जयदेव ने अपनी मां के लिए भावनात्मक संदेश भेजा है। जयदेव ने बांग्ला में कहा ‘ मैं अपनी मां को कुछ कहना चाहता हूं। मां, टेंशन कोरोनी आमी थिक अची। टाइम ए कहे नेबे। बाबाकेओ टाइम ए खेये नाइट बोल्बे। (मां, मेरी चिंता मत करो, मैं ठीक हूं। कृपया आप और पिताजी समय पर खाना खाएं)।’
बचाव दल के सुपरवाइजर ने श्रमिक से पूछा था कि क्या वह अपने माता-पिता को कुछ बताना चाहता है। ये वॉयस रिकॉर्डिंग उसके माता-पिता को भेज दी जाएगी। जिसके बाद जयदेव ने अपनी मां को ये संदेश पहुंचाया है।