बदरीनाथ-केदारनाथ, गंगोत्री, हर्षिल समेत औली में बर्फबारी हुई है। लंबे इंतजार के बाद साल की पहली बर्फबारी हुई है। बर्फबारी होने से क्षेत्र में शीतलहर बढ़ गई है। ठंड से बचने को लोग अलाव और हीटर का सहारा ले रहे है। इस बार दिसंबर के अंतिम सप्ताह में लोग बर्फबारी देखने को तरस गए थे।
नए साल में बर्फबारी न होने के कारण पर्यटकों को मायूस होना पड़ा था। बदरीनाथ और केदारनाथ में नये साल का पहला हिमपात बुधवार को हुआ। बदरीनाथ के निकट हनुमान चट्टी में भी बर्फबारी हुई है। बदरीनाथ में एक इंच बर्फ जम चुकी थी। बद्रीनाथ के साथ सतोपंथ, फूलों की घाटी, हेमकुंड, कुंवारी पास, गौरसों बुग्याल व समस्त ऊंचाई वाली पहाड़ियां बर्फ से ढकने लगी है जिस कारण से जोशीमठ समेत पूरे जनपद चमोली सीत लहर की चपेट में आ गया है।
पांडुकेश्वर बदरीनाथ निवासी जयदीप मेहता ने बताया हनुमान चट्टी से लेकर बदरीनाथ में बुधवार को साल का पहला हिमपात हुआ है। हालांकि अभी हल्फी बर्फबारी ही हुई है। अब इस इलाके में लोगों को हिमपात होने की आस बंधी है।
बदरीनाथ के साथ ही हेमकुंड, रुद्रनाथ और केदारनाथ की पहाड़ियों पर भी हल्का हिमपात हुआ है।उधर, बुधवार को उत्तरकाशी जिले में मौसम का मिजाज बदलते ही गंगोत्री समेत ऊंचाई वाली चोटियों पर हल्की बर्फबारी देखने को मिली। इससे निचले इलाकों में ठंड का असर बढ़ा है।
निचले क्षेत्रों में बारिश की बूंदाबांदी भी हुई है। बुधवार सुबह से ही जिले भर में मौसम खराब रहा। ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश के साथ ही दोपहर तक हल्की बर्फ गिरनी शुरू हो गई थी। गंगोत्री धाम की पहाड़ियों पर हल्की बर्फ गिरी है। हर्षिल की ऊंचाई वाली चोटियों पर भी बर्फबारी होने से ठंड का असर काफी बढ़ गया है।