केदारधाम में पिछले एक सप्ताह से लगातार बर्फबारी का दौर जारी है। इसके चलते केदारनाथ पैदल मार्ग पर बर्फ हटाने का कार्य अब तक शुरू नहीं हो सका है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण व लोनिवि की दो टीमें गौरीकुंड में ही डेरा जमाए हैं। उम्मीद है कि 10 मार्च से बर्फ हटाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
एक मार्च से केदारनाथ पैदल मार्ग पर बर्फ हटाने का कार्य शुरू किया जाना था। पिछले आठ दिन से हो रही बर्फबारी के चलते कार्य शुरू नहीं हो सका। धाम में इन दिनों तापमान माइनस 15 डिग्री तक लुढ़क गया है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण व लोनिवि की 25-25 श्रमिकों की दो टीमें गौरीकुंड में मौसम साफ होने का इंतजार कर रही हैं। वहीं, गत वर्ष 30 दिसंबर को अधिक ठंड बढ़ने से केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्य बंद कर दिए गए थे। अब मार्ग खुलने के बाद ही केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्य शुरू किए जाएंगे।
धाम में कई स्थानों पर आठ फीट तक बर्फ
वर्तमान में जंगलचट्टी से लेकर केदारधाम तक 12 किमी, भीमबली से लेकर केदारनाथ धाम तक पूरे आठ किमी पैदल मार्ग पर चार फीट तक बर्फ जमी है, जबकि लिनचोली, रुद्राबैंड व केदारनाथ धाम में कई स्थानों पर आठ फीट तक बर्फ जमी है। इन स्थानों पर बर्फ काट कर बर्फ के ऊपर से पैदल मार्ग बनाया जाएगा। शुरूआत में बर्फ हटाने के लिए पचास मजदूर लगाए जांएगे, जबकि बाद में ढाई सौ से अधिक मजदूर लगाए जाएंगे।
दिसंबर जनवरी में नहीं हुई बर्फबारी
गत वर्ष जहां दिसंबर में धाम में बर्फबारी नहीं हुई, जबकि इस वर्ष जनवरी में भी बर्फबारी नहीं हुई। वहीं फरवरी माह की शुरुआत में केदारनाथ धाम समेत पैदल मार्ग पर तीन से चार फीट बर्फ जम गई। फरवरी अंत से शुरू हुई बर्फबारी मार्च के शुरूआत में भी जारी है। जिससे ताजी बर्फ पैदल मार्ग पर बड़ी मात्रा में जम गई है।