बद्रीनाथ धाम में तीन फीट से अधिक बर्फ, वाहनों की आवाजाही फिर से हुई शुरू; बर्फबारी से हो रही परेशानी

बद्रीनाथ धाम तक सीमा सड़क संगठन ने हाईवे वाहनों के लिए सुचारु कर दिया गया है। हालांकि बद्रीनाथ धाम में अभी भी तीन फीट से अधिक बर्फ है। महायोजना के तहत बदरीनाथ धाम में निर्माण कार्यों के शुरू होने में अभी वक्त लग सकता है।

बद्रीनाथ हाईवे हनुमान चट्टी से बद्रीनाथ के बीच तीन सप्ताह से अधिक समय से हाईवे बाधित था। फरवरी व मार्च माह में वर्षा व बर्फबारी से हाईवे पर बर्फ की मोटी चादर बिछ गई थी। सीमा सड़क संगठन के मशक्कत के बाद बदरीनाथ तक हाईवे से बर्फ हटाकर इसे सुचारु कर दिया गया है। हालांकि हाइवे पर रंडांग बैंड के आस पास हिमखंड के चलते फिसलन है।

बद्रीनाथ तक इन वाहनों की हो रही आवाजाही

बद्रीनाथ तक आवाजाही के लिए सैन्य वाहनों या फिर अनुमति से अन्य लोगों की आवाजाही हो रही है। धाम में तीन फीट से अधिक बर्फ जमी हुई है। बद्रीनाथ महायोजना के तहत बद्रीनाथ मंदिर के आस पास तीसरे चरण में महायोजना का कार्य प्रस्तावित है लेकिन मंदिर के आस पास बर्फ की मोटी चादर बिछी होने के चलते फिलहाल कार्य शुरु होने में समय लग सकता है।

महायोजना निर्माण को पुन: शुरु करने में लग सकता है समय

महायोजना के कार्य की जिम्मेदारी संभाल रहे केंद्रीय लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता विपुल सैनी का कहना है कि बदरीनाथ धाम में बर्फ पिघलने का इंतजार किया जा रहा है। कहा कि अभी तीन फीट से अधिक बर्फ जमी होने के कारण महायोजना निर्माण को पुन: शुरु करने में समय लग सकता है।

हाईवे से साफ की जा रही है बर्फ

विपुल सैनी ने कहा कि बद्रीनाथ धाम में बर्फ पिघलने की स्थितियों पर प्रतिदिन अवलोकन किया जा रहा है। सीमा सड़क संगठन के कमांडर अंकुर महाजन का कहना है कि बद्रीनाथ धाम तक हाईवे सुचारु कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि हाईवे पर हिमखंडों से बर्फ हटाने की स्थिति में हाईवे से बर्फ साफ किया जा रहा है।

गोपेश्वर चोपता हाईवे भी हुआ साफ

गोपेश्वर चोपता हाईवे भी धौतीधार से आगे बर्फ हटाकर सुचारु हो गया है। यह हाईवे मार्च माह में बर्फबारी के बाद बाधित हो गया था। एनएच ने जेसीबी वह मजदूरों से हाईवे पर जमी बर्फ को हटाया गया। बताया गया कि धौतीधार से चोपता सात किमी क्षेत्र में बर्फ हटाकर हाईवे को सुचारु कर दिया गया है। जिससे पर्यटन स्थल चोपता जाने के लिए पर्यटकों सहित स्थानीय लोगों की राह आसान हो गई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *