बूथ स्तरीय अधिकारी (बीएलओ) को मतदाता सर्वे के दौरान घर में नहीं मिले लोगों को भी मतदान कराने की सुविधा दी गई थी। ऐसे लोगों को अनुपस्थित, विस्थापित या मृत (एएसडी) की सूची में शामिल किया गया था। इसका उद्देश्य था कि कोई भी व्यक्ति अपने मताधिकार के प्रयोग से न चूके।
नैनीताल जिले में सर्वे के दौरान गायब मिले 18699 लोगों को एएसडी सूची में शामिल किया गया था। मगर इसमें से 304 लोग ही अपने मताधिकार का प्रयोग करने पहुंचे। जिला निर्वाचन कार्यालय की ओर से जारी सूची से एएसडी मतदाताओं की पुष्टि हुई है।
इसमें गायब मिले सर्वाधिक 3785 वोटर हल्द्वानी विधानसभा क्षेत्र में थे। इनमें से सिर्फ 181 लोग ही शुक्रवार को लोकतंत्र के महापर्व में प्रतिभाग करने के लिए पहुंचे। वहीं, नैनीताल में 3510 में से 30 वोटरों ने मताधिकार का प्रयोग किया। उधर, कालाढूंगी में 3349 वोटर बीएलओ को मौके पर नहीं मिले थे।
इनमें से 25 लोगों ने अपने केंद्रों पर जाकर वोट किया। रामनगर विधानसभा क्षेत्र में 3344 में से 37, लालकुआं में 2713 में से 26 और भीमताल विस क्षेत्र के 1992 में से सिर्फ पांच लोगों ने मत का प्रयोग किया। इधर, प्रतिशत के हिसाब से देखें तो सिर्फ 1.62 प्रतिशत मतदाता केंद्रों पर पहुंचे जबकि 98.38 प्रतिशत लोग वोट डालने नहीं पहुंच पाए।