यात्राकाल के दौरान केदारनाथ यात्रा मार्ग पर सबसे बड़ी चुनौती पार्किंग की होती है। इसी के मद्देनजर प्रशासन इस बार पार्किंग व्यवस्था बेहतर बनाने में जुटा हुआ है। रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड तक 11 स्थानों पर नई पार्किंग का निर्माण किया जा रहा है, जिनमें लगभग 460 वाहन पार्क किए जा सकेंगे। वहीं, सोनप्रयाग व सीतापुर समेत अन्य स्थानों पर दो हजार से अधिक वाहनों की पार्किग की व्यवस्था पहले से ही उपलब्ध है।यात्रा के दौरान केदारनाथ हाईवे पर गौरीकुंड से लेकर सोनप्रयाग तक लगभग 50 किमी क्षेत्र में जाम की गंभीर स्थिति बनी रहती है। यहां पर घंटों वाहनों की लंबी कतार लगी रहती हैं, जिससे तीर्थ यात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसका मुख्य कारण हाईवे पर ही वाहनों का आड़े-तिरछे खड़ा रहना और कई स्थानों पर हाईवे का संकरा होना भी है।
वाहन वार्किग में ही खड़े हों, इसके लिए प्रशासन द्वारा इस बार रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड तक 11 स्थानों पर नई पार्किग का निर्माण कराया जा रहा है। सोनप्रयाग, सीतापुर, त्रियुगीनारायण, रामपुर, फाटा, गुप्तकाशी, नारायणकोटी, कुंड, तिलवाड़ा व रुद्रप्रयाग में नई पार्किग का निर्माण हो रहा है। इनमें से सीतापुर में 500 वाहनों के पार्किग की व्यवस्था पहले से ही उपलब्ध है। इसी प्रकार अन्य स्थानों पर भी 500 वाहनों की पार्किग की सकती है।
केदारनाथ यात्रा के दौरान रोजाना चार से पांच हजार छोटे व बड़े वाहन सोनप्रयाग पहुचंते हैं। इन वाहनों की पार्किग के लिए स्थान न होने से मुख्य हाईवे पर ही वाहन खड़े हो जाते हैं, जो जाम का मुख्य कारण बनते हैं। इससे पुलिस प्रशासन के लिए यात्रा को नियंत्रित करना काफी मुश्किल हो जाता है। इसी को देखते हुए जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने नई पार्किग के निर्माण के लिए जरूरी कदम उठाए हैं। सभी पार्किंग यात्रा शुरू होने से पूर्व बनकर तैयार हो जाएंगी।