लोकसभा चुनाव होने के बाद अब विधानसभा उपचुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। उत्तराखंड में दो सीटों बदरीनाथ और मंगलौर सीट पर उपचुनाव होना है। तारीखों की घोषणा होते ही दावेदार सक्रिय हो गए हैं। इधर, दलों की ओर से जीत को लेकर दावे और प्रतिदावे भी शुरू हो गए हैं। भाजपा और कांग्रेस चार दिन में प्रत्याशियों का पैनल हाईकमान को भेज देंगे। बीजेपी में दोनों सीटों पर छह-छह नामों पर चर्चा है।
बदरीनाथ और मंगलौर सीट पर उपचुनाव की तारीख का ऐलान होते ही भाजपा ने प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके तहत मंगलौर (हरिद्वार) और बदरीनाथ (चमोली) से प्रत्याशियों के नाम का पैनल मंगाया गया है।
राज्य स्तरीय बोर्ड में चर्चा के बाद 14 जून तक इन नामों को केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड को भेज दिया जाएगा।भाजपा ने दोनों सीटों पर पहले ही पर्यवेक्षक तैनात कर दिए थे। उप चुनाव का ऐलान होने के बाद पार्टी ने प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने बताया कि दोनों ही सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का पैनल तैयार किया जाएगा। पार्टी के स्थानीय नेताओं से रायशुमारी के बाद राज्य स्तर पर इसकी समीक्षा की जाएगी और उसके बाद नाम केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड को भेज दिए जाएंगे। प्रत्याशियों पर अंतिम फैसला पार्टी का पार्लियामेंट्री बोर्ड ही करेगा।
भाजपा में बदरीनाथ सीट पर वैसे तो पूर्व विधायक राजेंद्र भंडारी को ही पार्टी का प्रत्याशी माना जा रहा है, लेकिन इसके साथ ही जिला सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष गजेंद्र सिंह रावत, जिला पंचायत सदस्य योगेंद्र सहवाग, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष रघुवीर बिष्ट, बीकेटीसी के उपाध्यक्ष किशोर पंवार और नगर पालिका जोशीमठ के पूर्व अध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती के नाम प्रमुख हैं।
जबकि मंगलौर सीट को लेकर भाजपा में जिन नामों की चर्चा चल रही है उनमें हरियाणा के पूर्व मंत्री करतार सिंह भडाना, डॉ. मधु सिंह, झबरेड़ा के पूर्व विधायक देशराज कर्णवाल, प्रभात चौधरी, जिला पंचायत सदस्य अनीस अहमद गौड, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के उपाध्यक्ष जमीर हसन अंसारी आदि प्रमुख हैं