दिल्ली के नांगलोई हिंसा में शामिल उपद्रवियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने 24 घंटे में दर्जनभर से अधिक ठिकानों पर छापे मारे हैं। हालांकि अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है। हिंसा के बाद से अमन विहार, किराड़ी और प्रेम नगर इलाके से करीब तीन सौ लोग गायब हैं।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि हिंसा के बाद तीन सौ फोन इलाके में गए और फिर बंद हो गए। इन फोन का इस्तेमाल करने वालों का कोई पता नहीं चल पाया है। पुलिस का मानना है कि ये संदिग्ध लोग हिंसा में शामिल में हो सकते हैं।
दरअसल, ताजिया निकलने के दौरान शनिवार को पथराव हो गया था। कुछ ताजिया के आयोजक सूरजमल स्टेडियम में जबर्दस्ती जुलूस ले जाने की कोशिश कर रहे थे और इसी को रोकने पर भीड़ हिंसक हो गई। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि दर्ज कुल तीन एफआईआर में अलग-अलग टीमें जांच में जुटी हैं। दिल्ली एनसीआर में करीब एक दर्जन ठिकानों पर छापेमारी की गई है। हालांकि, पुलिस को कुछ भी ठोस नहीं मिला है, जिसके आधार पर हिंसा में शामिल लोगों का सुराग मिल सके।
पुलिस ने रविवार को कुछ लोगों को हिरासत में लिया था, लेकिन जानकारी लेकर छोड़ दिया। फिर फुटेज के आधार पर 32 लोगों को हिरासत में लिया। इन लोगों की मोबाइल लोकेशन और सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से जांच की जा रही है। वहीं, सोशल मीडिया का भी जांच में इस्तेमाल किया जा रहा है। दंगाइयों की पहचान के लिए पुलिस कुछ स्पष्ट फोटो को सॉफ्टवेयर की मदद से सोशल मीडिया पर ढूंढ़ रही है। इसके जरिए किसी के बारे में जानकारी रहेगी तो तुरंत मिल जाएगी।