उत्‍तराखंड के बेरोजगार युवाओं के लिए सुनहरा मौका, साहसिक पर्यटन का प्रशिक्षण देगी आइटीबीपी

इंडो तिब्बतन बार्डर पुलिस (आइटीबीपी) अब प्रदेश के युवाओं को कौशल विकास का प्रशिक्षण देने की तैयारी कर रही है। इस कड़ी में आइटीबीपी ने युवाओं को पैरा ग्लाइडिंग और वाटर स्पोट्र्स की विभिन्न विधाओं जैसे क्याकिंग, कनोइंग, रोइंग, राफ्टिंग के साथ ही राक क्लाईंबिंग और वाल क्लाईंबिंग का प्रशिक्षण देने का प्रस्ताव शासन को सौंपा है। शासन जल्द ही इस पर निर्णय लेगा।

कई शहरों में साहसिक खेलों से संबंधित गतिविधियों का आयोजन

प्रदेश में साहसिक पर्यटन तेजी से बढ़ता जा रहा है। ऋषिकेश, मसूरी, देवप्रयाग, मुक्तेश्वर समेत प्रदेश के कई पर्यटन व धार्मिक स्थलों में साहसिक खेलों से संबंधित गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। ऐसे में इस क्षेत्र में प्रशिक्षित युवाओं की मांग बढ़ती ही जा रही है। इसके लिए शासन स्तर से आइटीबीपी से इस संबंध में पूछा गया था। अब आइटीबीपी ने अपना प्रस्ताव शासन को सौंप दिया है।

समूह बनाकर दिया जाएगा प्रशिक्षण

आइटीबीपी ने कहा कि वाटर स्पोर्ट्स में 183 युवाओं और 57 युवतियों, कुल 240 व्यक्तियों का समूह बनाकर प्रशिक्षण दिया जा सकता है। इस प्रशिक्षण की अवधि दो सप्ताह की होगी। इसी प्रकार 434 युवाओं और 87 युवतियों का 521 व्यक्तियों का समूह बनाकर इन्हें प्रशिक्षण दिया जा सकता है। इस दौरान उन्हें नदी की जानकारी, बचाव व नदी पार करने की जानकारी राफ्टिंग की जानकारी व प्राथमिक शिक्षा की जानकारी दी जाएगी।

प्रशिक्षित जवान प्रदान करेंगे युवाओं को प्रशिक्षण

आइटीबीपी के प्रशिक्षित जवान इन्हें प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। प्रशिक्षण समाप्त होने के बाद इन्हें प्रमाण पत्र दिए जाएंगे। यद्यपि, इसके लिए आइटीबीपी ने प्रशिक्षुओं के रहने व खाने के लिए एक अनुमानित व्यय का हिसाब भी शासन को प्रेषित किया है।

पुलिस महानिरीक्षक आइटीबीपी संजय गुंज्याल ने की प्रस्ताव भेजे जाने की पुष्टि

अब शासन स्तर से इस पर निर्णय लिया जाना है। पुलिस महानिरीक्षक आइटीबीपी संजय गुंज्याल ने प्रस्ताव भेजे जाने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि आइटीबीपी के पास प्रशिक्षित जवान हैं, जो युवाओं को प्रशिक्षण देने में सक्षम हैं।

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