डेंगू से बचाव को लेकर जिलाधिकारी ने नगर निगम के साथ जागरूकता अभियान चलाया था। इस दौरान दो होटलों में लार्वा मिलने पर उनका चालान भी काटा गया। मंगलवार को हिन्दुस्तान की टीम ने सरकारी विभागों की पड़ताल की तो पाया जिन कंधों पर डेंगू से शहर के लोगों को बचाने की जिम्मेदारी है। वह विभाग ही डेंगू को लेकर लापरवाह दिख रहे है। इन सरकारी महकमों का चालान अब कौन काटेगा?
सोमवार को जिलाधिकारी ने शिवमूर्ति के निकट दो होटलों के निरीक्षण में कूलर में मच्छर का लार्वा मिलने पर उनके चालान भी किए गए थे। मंगलवार को हिन्दुस्तान की टीम ने नगर निगम, जिला अस्पताल, मेयर कार्यालय, पेयजल निगम और जल संस्थान कार्यालय का निरीक्षण में बारिश का पानी जमा मिला।
मेयर कार्यालय परिसर के बाहर भी एक प्लास्टिक के ड्रम में पानी जमा मिला। जब विभागीय अधिकारी अपने कार्यालय परिसरों को डेंगू से नहीं बचा पा रहे है तो ऐसे में उनके जनता को जागरूक करने को लेकर सवाल उठ रहे है। उधर, निगम के सहायक नगर आयुक्त श्याम सुंदर प्रसाद का कहना है कि यदि उनके कार्यालय एवं अन्य स्थानों पर पानी जमा है तो उसका हटाया जाएगा। आगे से इसका ध्यान भी रखा जाएगा।