साहसिक खेलों के शौकीनों का इंतजार समाप्त हो गया है। लंबे समय के इंतजार के बाद शनिवार को गंगा में पर्यटकों ने रीवर राफ्टिंग का आनंद लिया। पर्यटकों ने मरीन ड्राइव से शिवपुरी, क्लब हाउस और ब्रह्मपुरी से नीमबीच तपोवन तक राफ्टिंग का आनंद लिया।
गंगा का पानी मटमैला, लेकिन राफ्टिंग के लिए जलस्तर उपयुक्त
पर्यटन विभाग की टीम ने गंगा में राफ्टिंग शुरू करने के लिए शुक्रवार को मरीन ड्राइव से निम बीच तक निरीक्षण किया था। टीम ने गंगा नदी के जलस्तर को राफ्टिंग के लिए सुरक्षित पाया। टीम ने इसकी रिपोर्ट पर्यटन निदेशालय भेज दी, जिसके बाद निदेशालय से हरी झंडी मिलते ही राफ्टिंग शुरू की दी गई।
गंगा नदी में राफ्टिंग के संचालन के लिए पर्यटन विभाग की टीम ने जिला साहसिक खेल अधिकारी खुशहाल सिंह नेगी के नेतृत्व में मरीन ड्राइव से निम बीच तक गंगा का निरीक्षण किया था। गंगा का पानी मटमैला था, लेकिन गंगा के जल का वेग कम होने के कारण टीम ने गंगा नदी में राफ्टिंग संचालन के लिए सही पाया गया।
12 सितंबर को पर्यटन विभाग की टीम ने नदी में राफ्टिंग के लिए मरीन ड्राइव से निम बीच तक निरीक्षण किया था। लेकिन उस दौरान गंगा नदी में पानी मटमैला होने के साथ लकड़ी की डाट बहकर आ रही थी। शुक्रवार को टीम ने दो राफ्ट और पांच सेफ्टी क्याक की मदद से टीम ने 24 किमी गंगा नदी का निरीक्षण किया।