उत्तराखंड के आपदा प्रभावित क्षेत्र धराली और हर्षिल में राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहे हैं. शुक्रवार को अब तक 75 और लोगों को बचाया गया है और आज 300 लोगों को बचाने का लक्ष्य रखा गया है. वहीं उत्तरकाशी जिलाधिकारी प्रशांत आर्या के अनुसार एक शव बरामद किया गया है और 49 लोग अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश में सर्च ऑपरेशन जारी है. कल गुरुवार सात अगस्त को धराली और हर्षिल करीब 400 लोगों को निकाला गया था.
उत्तरकाशी जिलाधिकारी प्रशांत आर्या ने एएनआई को बताया कि कल गुरुवार को लगभग 400 लोगों को निकाला था. आज भी करीब 300 लोगों को निकालने का लक्ष्य है. आपदा पीड़ितों को राहत सामग्री भी वितरित की जा रही है. इसके अलावा हर्षिल में सामुदायिक रसोई भी बनाई गई है, जहां सबको खाना दिया जा रहा है. इसके साथ ही आज धराली में भी सामुदायिक रसोई बनाई जाएगी.
उत्तरकाशी जिलाधिकारी ने बताया कि पीड़ितों की हर संभव मदद की जा रही है. आपदा क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग के अलावा सेना ने भी अपना हेल्थ कैंप लगाया हैं. अभी तक केवल एक शव बरामद हुआ है और 49 लोग लापता हैं. उत्तरकाशी जिलाधिकारी के मुताबिक आज शुक्रवार को कृषि और संपत्ति के नुकसान का आकलन किया जाएगा. सड़कों की मरम्मत का काम चल रहा है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद ग्राउंड जीरो पर मौजूद हैं और पूरे रेस्क्यू ऑपरेशन की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. जल्द ही बिजली भी बहाल कर दी जाएगी. आज दिन के अंत तक इंटरनेट कनेक्टिविटी भी बहाल कर दी जाएगी.
वहीं एनडीआरएफ के डीआईजी गंभीर सिंह चौहान ने कहा कि कल गुरुवार का रेस्क्यू ऑपरेशन काफी सफल रहा है. जिसमें लगभग 400 लोगों को सुरक्षित निकाला गया. अगर आज मौसम अनुकूल रहा, तो सभी एजेंसियां मिलकर इस अभियान को पूरा करेंगी.
इस बीच भारतीय सेना और वायुसेना ने हर्षिल में चल रहे बचाव कार्य को तेज कर दिया है. भारतीय सेना ने एक बयान में कहा कि अब तक कुल 357 नागरिकों को बचाया गया है, जिनमें से 119 को हवाई मार्ग से देहरादून पहुंचाया गया है. जमीनी स्तर पर बचाव दलों में भारतीय सेना की टुकड़ियां, लड़ाकू इंजीनियर, चिकित्सा इकाइयां और विशेष खोज एवं बचाव (SAR) श्वान दस्ते शामिल हैं. NDRF ने 105 कर्मियों को तैनात किया है, जो SDRF और ITBP की टीमों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं, जिनमें हर्षिल और धराली में तैनात चिकित्सा अधिकारी भी शामिल हैं. (इनपुट एएनआई)