विस्थापित निर्मल ब्लॉक और आम बाग में सांसद साक्षी महाराज समेत पांच लोगों के निर्माणाधीन भवनों को एमडीडीए ध्वस्त करने की तैयारी में है। इसके लिए प्राधिकरण के उपाध्यक्ष की तरफ से नोटिस जारी कर दिए गए हैं। संबंधित लोगों को कारण बताओ नोटिस जारी कर 15 दिन के भीतर जवाब दाखिल करने का अल्टीमेटम दिया गया है, इसके बाद ध्वस्तीकरण की कार्रवाई होगी। साक्षी महाराज के साथ ही सभी निर्माणकर्ताओं को नोटिस भेजा गया है और उनसे जवाब मांगा गया है। पांचों इमारतों को ध्वस्त करने का आदेश भी जारी हो चुका है। हालांकि, अभी मामले में निर्माणकर्ताओं से जवाब मांगा गया है।
हाईकोर्ट के आदेश पर मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) ने विस्थापित निर्मल ब्लॉक और आम बाग में 57 निर्माणाधीन बहुमंजिला इमारतों को सील किया था, लेकिन इनमें से पांच भवनों में सीलिंग के बावजूद काम होता मिला। इस पर प्राधिकरण के सहायक अभियंता सुरजीत सिंह रावत ने दो दिन पहले ही मंजुला पटेल और मुकेश जैन दोनों निवासी आमबाग, ऋषिकेश, कृष्णा और मनोज निवासी निर्मल बाग-2, ऋषिकेश और साक्षी महाराज निवासी निर्मल ब्लॉक-सी, ऋषिकेश के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया था।
मामले में अब उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने सील तोड़कर निर्माण करने वालों के खिलाफ अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कारण बताओ नोटिस जारी करने के साथ ही पांचों इमारतों को ध्वस्त करने के भी आदेश जारी किए हैं। सहायक अभियंता सुरजीत सिंह ने बताया कि नोटिस जारी कर सभी निर्माणकर्ताओं को एसडीएम के समक्ष जवाब पेश करने के लिए कहा गया है। संतोषजनक उत्तर नहीं मिलने पर इन इमारतों को जेसीबी से ध्वस्त किया जाएगा।