उत्तराखंड के सिल्कयारा सुरंग से 41 श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकाले जाने के एक दिन बाद बुधवार को घटनास्थल पूरी तरह से वीरान नजर आया। सुरंग के पास के रास्ते बंद कर दिए गए हैं। सुरंग पर पुलिसकर्मियों की एक टीम तैनात कर दी गई है। पहरेदारी कर रहे एक पुलिसकर्मी ने कहा- सुरंग का निर्माण कार्य कुछ दिनों तक बंद रहेगा। काम को रोक दिया गया है। श्रमिकों को आराम दिया गया है। उत्तराखंड कांग्रेस ने फैसला किया है कि उसके विधायक टनल में फंसे 41 श्रमिकों को बाहर निकालने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाले ‘रैट माइनर्स’ को एक महीने का वेतन देकर सम्मानित करेंगे।
श्रमिक ऐरी को ह्रदय में समस्या
सुरंग से निकाले गए 41 श्रमिकों में से एक को हर्ट की बीमारी से पीड़ित पाया गया है। फिलहाल उसे एम्स में रहना पड़ेगा। हांलांकि, चिकित्सकों ने साफ किया कि उत्तराखंड के चंपावत जिले के रहने वाले पुष्कर सिंह ऐरी की इस समस्या का सुरंग हादसे से कोई संबंध नहीं है। एम्स ऋषिकेश के जनरल मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ रविकांत ने कहा कि ऐरी एट्रियल सेप्टल डिफेक्ट (एएसडी) से पीड़ित हैं। उन्हें यह बीमारी जन्म से है। स्वास्थ्य जांच में उनके ह्रदय में यह समस्या पाए जाने के बाद उन्हें आपदा वार्ड से कार्डियोलॉजी विभाग में स्थानांतरित कर दिया गया है। कार्डियोलॉजी विभाग में पुष्कर सिंह ऐरी की आगे की जांच की जाएगी।
कांग्रेस MLA रैट माइनर्स को देंगे एक माह का वेतन
इस बीच उत्तराखंड विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता यशपाल आर्य ने कहा कि उत्तराखंड कांग्रेस पार्टी के सभी विधायक सिलक्यारा टनल में फंसे 41 श्रमवीरों को बाहर निकालने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाले ‘रैट होल माइनर्स’ के जाबांजों को एक महीने का वेतन देकर सम्मानित करेंगे। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि कब और कहां वह इन जाबांजों का सम्मान करेंगे। उन्होंने जारी बयान में कहा कि रैट होल माइनर्स को प्रदेश सरकार द्वारा दिया गया एक लाख रुपए का पारितोषिक बहुत कम है। जब सरकार के सभी प्लान असफल रहे तो रैट माइनर्स ने कामयाबी दिलाई।