स्थानीय निवासियो के द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार उत्तराखंड की शांत वादियों मे पुलों के विकास कार्यों के नाम पर कुछ कंस्ट्रक्शन कम्पनिया द्वारा अवैध तरीको से पहाड़ो पर विस्फोट कर पहाड़ो का सीना चीरा जा रहा है परिणामस्वरुप उत्तराखंड विनाश की राह पकड़ने पर मजबूर हो रहा है,अंधाधुंध तरीको से उत्तराखंड की भूमि व जंगलो को बर्बाद किया जा रहा है इसके बाबत जब RTI के द्वारा अवैध विस्फोट की व पुलों के निर्माण के कार्यों की गुणवक्ता की जानकारी मांगी गई तो RTI मांगने वाले के परिचित को Central PSU के सरकारी कर्मचारी ने व्हाट्सप्प द्वारा कैबिनेट मंत्री के नाम की हुल देने की कोशिश कर धमकी दी है.
रुद्रप्रयाग मे अस्थायी रूप से निवास करने वाले राठौड़ नामक व्यक्ति ने मोबाइल फ़ोन द्वारा जानकारी दी व अवैध विस्फोट किया जाना कबूला,पलवाड़ी, भीरी,पाबो व पैड़ा नामक स्थान मे कैसे प्रशासन की बगैर अनुमति के अवैध विस्फोट को अंजाम दिया गया,राठौड़ ने खुल कर अवैध विस्फोट करने का तरीका बताया,राठौड़ ने बिस्तार से बताया की देहरादून निवासी बिहारी कांट्रेक्टर के निर्देश पर उसने पहाड़ी इलाकों पर अवैध विस्फोट किया और अवैध विस्फोट के लिए देहरादून निवासी बिहारी कांट्रेक्टर के द्वारा अपने बैंक एकाउंट मे रकम हासिल करी,अगर इन कंस्ट्रक्शन कम्पनिया की नाक पर नकेल ना कसी गई तो आने वाला भविष्य उत्तराखंड के लिए विनाशकारी सिद्ध होना तय है.
बाहरी राज्यों की कंस्ट्रक्शन कंपनीयों द्वारा पूरा खेल उत्तराखंड के वनो मे खेला जा रहा है,पहाड़ की भोली भाली जनता को धोखा देकर बर्बाद किया जा रहा है चमोली रुद्रप्रयाग मे तो कुछ कंस्ट्रक्शन कम्पनिया तो PMGSY के गुणवक्ता के सभी अधिनियमों को ताक पर रखकर PMGSY से छलावा की पुरजोर कोशिश करते हुए पुलों का निर्माण बेफिक्री से कर रही है, वन कर्मियों व वन अधिकारियो को चाहिए की अगर कोई पेड़ अवैध रूप से काटा गया है और उसका अपराध पकड़ा गया है तो इस अपराध पर वन अधिनियम के तहत सख्त से सख्त कार्यवाही करें व जेल के दर्शन जरूर कराये परिणामस्वरूप पहाड़ को बचाया जा सके व जंगली जानवरो के साथ इंसाफ हो सके अब समय आ गया है की स्थानीय निवासी भी जागरूक होकर अपने पहाड़ो के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ एकजुट होकर पहल करें,अपने वार्ड,ब्लॉक व मोहल्लो मे विकास कार्यों की गुणवक्ता के प्रति सजग रह कर सरकारी धन का दुरूपयोग होने से बचाये,अगर उत्तराखंड के सुदूर इलाकों का निवासी थोड़ा बहुत सजग हो जाए तो बाहरी कंस्ट्रक्शन कम्पनिया पहाड़ का और पहाड़ मे रहने वालो का शोषण नहीं कर पाएगी,