उच्च शिक्षा में कौशल विकास को प्रभावी बनाकर छात्र-छात्राओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके लिए इंटर्नशिप नीति बनाई जा रही है। देवभूमि उद्यमिता योजना से जुड़े विद्यार्थियों को इसका लाभ मिलेगा। साथ में राजकीय महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों के परिसरों में पढ़ाई के दौरान विद्यार्थी कमाई भी कर सकें, इसे ध्यान में रखकर ‘अर्न व्हाइल यू लर्न’ नीति लाने की तैयारी है।
उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था को अगले पांच वर्षों में दोगुना करने के प्रदेश सरकार के संकल्प को धरातल पर उतारने में देवभूमि उद्यमिता योजना की भूमिका महत्वपूर्ण रहने जा रही है। उच्च शिक्षा विभाग की इस योजना के अंतर्गत राजकीय विश्वविद्यालय परिसरों एवं महाविद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को उद्यमों, स्टार्टअप एवं व्यवसाय के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसके लिए उन्हें उद्यमिता विकास का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।