मंगलवार को जारी हुए पिछले 24 घंटे के आंकड़े वन विभाग के लिए राहत भरे साबित हुए। आग की चार घटनाओं में चार हेक्टेयर जंगल ही प्रभावित हुआ। लेकिन पिछले साल के मुकाबले इस बार अब तक तीन गुना जंगल जल चुका है। एक नवंबर 2022 से 28 मई 2023 के बीच 484 आग की घटनाओं में 576 हेक्टेयर जंगल जला था।वहीं, नवंबर 2023 से 28 मई 2024 के बीच आग के 1152 मामले सामने आए। जिस वजह से उत्तराखंड में 1584 हेक्टेयर जंगल राख हो गया। अभी 15 जून तक चुनौती भरा समय जारी रहेगा। वन विभाग मुख्य फायर सीजन को 15 फरवरी से 15 जून तक मानता है। लेकिन सर्दियों में भी मामले सामने आने पर निगरानी का समय नवंबर से शुरू हो जाता है। इस फायर सीजन में मार्च तक स्थिति नियंत्रण में थी।