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राजघराने से ताल्लुक रखने वाली भाजपा उम्मीदवार महिला नेता तीन बार संसद पहुंच चुकी हैं। टिहरी गढ़वाल सीट पर माला राज्यलक्ष्मी शाह पर भाजपा ने चौथी बार विश्वास जताया और सफल भी रहीं।
नेपाल के राज परिवार की बेटी माला राज्यलक्ष्मी शाह का विवाह 1973 में मनुजेंद्र शाह के साथ हुआ। मनुजेंद्र शाह टिहरी रियासत के अंतरिम शासक रहे मानवेंद्र शाह के पुत्र हैं।
सिटिंग-गेटिंग फारमूले के अलावा टिहरी राजघराने की विरासत, क्षेत्र में लगातार सक्रियता व उपलब्धता, गोर्खाली वोटरों के बीच अच्छी पैंठ ने उनके टिकट में अहम भूमिका निभाई तो महिला प्रत्याशी होने का फायदा भी मिला।टिहरी सीट की सियासी पृष्ठभूमि को देखें तो इस पर अधिकांशत: टिहरी राज परिवार का ही दबदबा रहा है। इस मर्तबा भी भाजपा ने टिहरी राज परिवार की महारानी माला राज्य लक्ष्मी शाह को ही मैदान में उतारा था।2012 में टिहरी सीट के उप चुनाव में भाजपा ने माला राज्य लक्ष्मी शाह को उम्मीदवार बनाया और उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी साकेत बहुगुणा को हराया। 2014 में भी भाजपा ने उनपर भरोसा जताया और उन्होंने जीत दर्ज की।
वहीं एसोसिएशन आफ डेमोक्रेटिक रिफार्म (एडीआर) की रिपोर्ट के अनुसार शीर्ष 10 संपत्ति की सूची में सबसे अधिक पांच प्रत्याशी तमिलनाडु से हैं। देश के शीर्ष 10 धन्नासेठ प्रत्याशियों में चार भाजपा के हैं। तीन कांग्रेस, दो एआइएडीएमके और एक बहुजन समाज पार्टी का प्रत्याशी है। उत्तराखंड की माला राज्य लक्ष्मी शाह भी देश में शीर्ष चार नंबर पर हैं।
माला राज्य लक्ष्मी शाह 13 अक्तूबर, 2012 के उप चुनाव में 15वीं लोक सभा के लिए निर्वाचित हुईं और राज्य संसदीय बोर्ड भाजपा, उत्तराखंड की सदस्य बनीं। राजपरिवार से संबंध रखने वाली माला राज 2014 और 2019 में फिर से सांसद चुनी गईं। वह उत्तराखंड के उत्तर प्रदेश से अलग होने के बाद टिहरी गढ़वाल लोकसभा सीट से चुनी गई पहली पहली सांसद हैं। उनके पति का नाम मनुजेन्द्र शाह है। उनकी एक बेटी है। पर्वतीय क्षेत्रों का विकास एवं महिलाओं के सशक्तिकरण पर उनका खासा जोर रहता है।
महारानी माला राज्यलक्ष्मी शाह
- पति का नाम: मनुजेंद्र शाह
- पिता का नाम: सेवानिवृत्त जनरल अजरुन एसजेबी राणा
- माता का नाम: रानी बिंदु देवी राणा
- जन्म: 23 अगस्त 1950
- जन्म स्थान: काठमांडू, नेपाल
- विवाह: सात फरवरी 1973
- शैक्षिक योग्यता: इंटरमीडिएट
सियासी सफर
2012 में टिहरी सीट के उपचुनाव में जीत
2014 में फिर से टिहरी सीट से सांसद चुनी गईं
2019 में फिर से टिहरी सीट से सांसद चुनी गईं
2024 में फिर से टिहरी सीट से सांसद चुनी गईं