जिले में संचालित सभी 42 मदरसों की मान्यता और एनसीईआरटी पाठ्यक्रमों के संचालन की जांच होगी और इसकी रिपोर्ट शिक्षा विभाग को दी जाएगी। बीते 27 मई को मुख्य शिक्षा अधिकारी देहरादून (सीईओ) प्रदीप रावत की अध्यक्षता में सभी मदरसा संचालकों की बैठक हुई थी, जिसमें इनकी मान्यता को लेकर प्रारंभिक जानकारी ली गई।बैठक में यह बात सामने आई कि कुछ मदरसों में हाईस्कूल और इंटरमीडियट स्तर पर एनसीईआरटी की पुस्तकें पढ़ाई जा रही हैं। जबकि छह मदरसे बिना मान्यता प्राप्त संचालित किए जा रहे हैं। 21 मदरसे मदरसा बोर्ड से मान्यता प्राप्त हैं, जबकि 15 ने शिक्षा विभाग से मान्यता प्राप्त की है।
मदरसों का भौतिक सत्यापन कर रिपोर्ट बनाई जाएगी : सीईओ
सीईओ देहरादून प्रदीप रावत ने बताया कि विभागीय टीम समस्त मदरसों की मान्यता, इनमें पाठन-पाठन की व्यवस्था, किस बोर्ड की किताबें पढ़ाई जा रही हैं और सरकारी योजनाओं का लाभ कौन-कौन ले रहा है, इसका रिकार्ड तैयार किया जाएगा। साथ ही यहां गैर मुसलिम छात्र तो नहीं पढ़ रहे हैं, इसकी रिपोर्ट भी बनाई जाएगी और बैठक में मदरसों के सचालकों की ओर से दी गई जानकारी व मौके पर किए गए भौतिक सत्सापन का मिलान भी किया जाएगा।