उत्तराखंड के बीजेपी विधायकों को कैबिनेट मंत्री बनाने के झांसे के बाद अब हरिद्वार में अधिकारियों से हाई-प्रोफाइल ठगी के प्रयास का मामला सामने आया है. इस बार ठगी के आरोप में पुलिस ने जय शाह के फर्जी पीए को गिरफ्तार किया है, जो चंडीगढ़ का निवासी बताया जा रहा है. आरोपी से पूछताछ करने के बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट के आदेश पर उसे जेल भेज दिया गया है. हरिद्वार के पुलिस कप्तान प्रमेंद्र डोबाल ने आरोपी की पूरी कुंडली खंगालते हुए कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिये हैं.
आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले जय शाह के नाम पर उत्तराखंड के तीन विधायकों रानीपुर विधायक आदेश चौहान, रुद्रपुर विधायक शिव अरोड़ा और नैनीताल विधायक सरिता आर्य को फोन कर कैबिनेट मंत्री बनाए जाने का झांसा देकर करोड़ों रुपये की ठगी का प्रयास किया गया था. उस मामले में भी हरिद्वार पुलिस ने एक आरोपी और उधम सिंह नगर पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर ठग गिरोह का भंडाफोड़ किया था.
वहीं अब जय शाह का फर्जी पीए बनकर अफसरों से विभिन्न काम कराने की कोशिश का भंडाफोड़ हुआ है. आरोपी की पहचान पंजाब निवासी अमरिंदर के रूप में हुई है. जानकारी के अनुसार, अमरिंदर पिछले तीन दिन से हरिद्वार के पावन धाम क्षेत्र के एक होटल में रुका हुआ था. इस दौरान उसने खुद को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के ICC चेयरमैन बेटे जय शाह का पीए बताकर हरिद्वार के आला अधिकारियों को कॉल कर उनसे विभिन्न काम कराने का दबाव बनाने का प्रयास किया.
जानकारी मिलते ही शहर कोतवाली प्रभारी कुंदन सिंह राणा और हरिद्वार एसओजी प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र सिंह बिष्ट के नेतृत्व में एक संयुक्त टीम ने होटल में दबिश देकर उसे पकड़ लिया. जिसके बाद आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस अब पूछताछ करते हुए यह पता लगाने में जुटी है कि आरोपी का असली मकसद क्या था. उसके साथ कौन-कौन लोग शामिल हैं और उसने पहले किन-किन जगहों पर ठगी की घटनाओं को अंजाम दिया है.
अमरिंदर से बीसीसीआई (Board of Control for Cricket in India) का एक फर्जी आईकार्ड भी बरामद हुआ है. जिस पर ICC के चेयरमैन जय शाह और आरोपित अमरिंदर की फोटो लगी है. आईकार्ड पर जय शाह के हस्ताक्षर भी हैं. बीच में अशोक स्तम्भ और बीसीसीआई का लोगो भी बना हुआ है. आईसीसी का चेयरमैन बनने से पहले जय शाह BCCI के सचिव थे. पंजाब पुलिस से अमरिंदर के आपराधिक इतिहास की जानकारी जुटाई जा रही है.