सलाखों के पीछे पहुंचा किशोरी से दुष्कर्म करने वाले आरोपी, बाहरी लोगों को भगाने का दावा झूठा

कीर्तिनगर तहसील क्षेत्र में नाबालिग से दुराचार की घटना सामने आने के बाद क्षेत्र के ग्रामीणों ने बाहरी लोगों को भगाने का दावा किया है। जबकि स्थानीय प्रशासन ने ऐसी घटना से इंकार किया है। हालांकि प्रशासन का कहना है कि ग्रामीणों ने बाहरी लोगों के भौतिक सत्यापन की मांग की थी। जो लगातार चल रही है। दूसरी ओर मेडिकल परीक्षण के बाद नाबालिग किशोरी के गर्भवती होने की पुष्टि हो गई है। जांच में जच्चा-बच्चा को स्वस्थ बताया गया है। वहीं, आरोपी को जिला एवं सत्र न्यायाधीश टिहरी की अदालत में पेश किया गया। अदालत के आदेश पर आरोपी को जेल भेज दिया गया है।

तहसील कीर्तिनगर के एक राजस्व क्षेत्र में नाबालिग के साथ दुराचार की घटना बीते शुक्रवार को सामने आई थी। एक नाबालिग किशोरी के पेट का आकार बड़ा होने पर मां ने उसे उसके स्वास्थ्य के बारे में पूछा। नाबालिग ने किसी तरह से स्वास्थ्य खराब नहीं होने की बात कही थी। जिस पर मां व अन्य परिजनों ने डांटकर पूछा, तो नाबालिग किशोरी ने उसके साथ दुराचार की घटना की जानकारी परिजनो को दी थी। घटना के सामने आने पर क्षेत्र के आक्रोशित स्थानीय लोगों ने आरोपी को पकड़कर उसका सिर मुंडावाया था और कालिख पोतकर उसे बाजार क्षेत्र में घुमाया था। इसके बाद राजस्व पुलिस टीम मौके पर पहुंची थी और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था।
राजस्व पुलिस को नाबालिग किशोरी के चाचा ने घटना की जानकारी देते हुए आरोपी के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की थी। राजस्व पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करने के साथ ही दुराचार व पोक्सों की धाराओ में मुकदमा दर्ज किया था। जिला पंचायत सदस्य अमित मेवाड़ ने बताया कि घटना के बाद क्षेत्र के ग्रामीणों में खासा आक्रोश है। बिना भौतिक सत्यापन के ही क्षेत्र में हर दिन नए-नए बाहरी लोग आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि घटना के बाद क्षेत्र में मजदूर, मिस्त्री, नाई, बुच्चड़ सहित अन्य कामकाज के लिए आए बाहरी लोगों को क्षेत्र छोड़ने के लिए कहा गया। जिसके बाद 100 से लेकर 150 तक क्षेत्र से बाहरी लोग पलायन कर चुके हैं। जिपं सदस्य मेवाड़ ने कहा कि क्षेत्र में बाहरी लोगों से मारपीट की घटना को लेकर सोशल मीडिया में अफवाह चल रही है। किसी बाहरी से कोई मारपीट नहीं हुई है।

कीर्तिनगर एसडीएम सोनिया पंत ने कहा कि नाबालिग से दुराचार के आरोपी को जिला एवं सत्र न्यायाधीश टिहरी की अदालत में पेश किया गया। अदालत के आदेश पर आरोपी को जिला कारागार नई टिहरी भेज दिया गया है। घटना के बाद क्षेत्र में स्थानीय लोगों ने बाहरी लोगों के भौतिक सत्यापन की मांग की है, जो प्रक्रिया निरंतर चल रही है। प्रशासन व पुलिस मामले में हर प्रकार की सतर्कता बरत रहा है। क्षेत्र में बाहरी लोगों के साथ मारपीट व भगाए जाने की कोई घटना नहीं हुई है।वहीं, कोतवाल कमल मोहन भंडारी ने बताया कि राजस्व पुलिस से मामला हस्तांतरित हो गया है। मामले से जुड़े समस्त दस्तावेज राजस्व पुलिस से ले लिए गए हैं। क्षेत्र में सुरक्षा की दृष्टि से कड़ी नजर रखी जा रही है।

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