गौला नदी ने गौला पुल को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाया है। अक्तूबर 2021 में गौला पुल की एप्रोच रोड बहने पर इसे नौ करोड़ की लागत से बनाया गया था लेकिन अब दोबारा एप्रोच रोड और पुल की सुरक्षा के कार्य किए जाने हैं। रेलवे विभाग 15 करोड़ की लागत से रेलवे ट्रेक की सुरक्षा के कार्य कर रहा है। तटबंध और रिटेनिंग वॉल का 40 मीटर का हिस्सा बहने से रेलवे को एक करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है। इसी तरह सिंचाई विभाग ने करीब एक करोड़ की लागत से तटबंध निर्माण किया था। इसमें से 80 फीसदी कार्यों को नुकसान हुआ है। गौलापार से चोरगलिया रोड भी धंस गई है। इसे बनाने में लोनिवि को 15 करोड़ से अधिक रुपये खर्च होंगे।
पुल की एप्रोच रोड टूटने से गौलापार-चोरगलिया के लोगों पर पर दोहरी मार
गौला पुल की एप्रोच रोड टूटने से गौलापार, चोरगलिया वासियों पर दोहरी मार पड़ रही है। लोगों को हल्द्वानी आने में जेब ज्यादा ढीली करने के साथ समय भी अधिक लग रहा है। वहीं काठगोदाम नारीमन तिराहे के पास जाम से भी जूझना पड़ रहा है।हल्द्वानी-सितारगंज रोड पर बने गौला पुल की एप्रोच रोड शुक्रवार रात नदी के बहाव में बह गई थी। इस कारण गौला पुल को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है।
गौला पुल की एप्रोच रोड टूटने से गौलापार, चोरगलिया वासियों पर दोहरी मार पड़ रही है। लोगों को हल्द्वानी आने में जेब ज्यादा ढीली करने के साथ समय भी अधिक लग रहा है। वहीं काठगोदाम नारीमन तिराहे के पास जाम से भी जूझना पड़ रहा है।हल्द्वानी-सितारगंज रोड पर बने गौला पुल की एप्रोच रोड शुक्रवार रात नदी के बहाव में बह गई थी। इस कारण गौला पुल को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है।
इस पुल से कब आवाजाही शुरू होगी, इसके बारे में एनएचएआई के अधिकारी अभी कुछ नहीं बता रहे हैं। इसके चलते गौलापार, चोरगलिया, सितारगंज, खटीमा और टनकपुर को जाने वाले वाहन वाया काठगोदाम होकर जा-आ रहे हैं। काठगोदाम में नारीमन तिराहे पर वाहनों का दबाव बढ़ने से यहां सुबह से जाम की स्थिति बन रही है। गौलापार से हल्द्वानी आने-जाने वालों से ऑटो चालक चार गुना अधिक किराया ले रहे हैं। ताज चौराहे से गौलापार के सीतापुर तक का किराया इन दिनों 30 के बजाय 120 रुपये लिया जा रहा है।