पास किया गया 758 करोड़ का बजट
यही कारण है कि वाइबे्रंट विलेज कार्यक्रम के तहत इन गांवों का कायाकल्प किया जा रहा है। इसके लिए 758 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है। इसके पीछे मंशा इन गांवों से पलायन को थामना भी है। इसी कड़ी में वाइब्रेंट योजना में शामिल राज्य के गांवों के लिए कार्ययोजना तैयार हो चुकी है।
ऑल वेदर रोड के जरिये सीमाओं तक पहुंच
प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार के सहयोग से चार धाम आल वेदर रोड के निर्माण की दिशा में कदम बढ़ाए हैं। इस परियोजना में कुल 889 किमी लंबी सड़क बनाई जानी है। इसके लिए लगभग 12 हजार करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है। इस परियोजना के तहत 70 प्रतिशत से अधिक कार्य हो चुका है। पर्वतीय क्षेत्रों की सड़क चौड़ी होने से यहां सीमा तक बड़े वाहनों की पहुंच आसान हुई है।
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन भी देगी मजबूती
प्रदेश में इस समय ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन पर भी कार्य चल रहा है। इस रेल परियोजना के पूरा होने से चमोली तक रेल के जरिये भारी वाहन व उपकरण पहुंचाए जा सकेंगे। इससे सीमा तक उपकरण पहुंचाने में आसानी होगी। इसके लिए 16,200 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है।
हवाई संपर्क भी हो रहा है मजबूत
प्रदेश में हवाई संपर्क को भी लगातार मजबूत किया जा रहा है। पिथौरागढ़ के नैनीसैनी में एयरपोर्ट बनकर तैयार हो गया है। गौचर में भी हवाई जहाज उतारने के लिए एयरपोर्ट बनाने का कार्य चल रहा है। साथ ही सीमांत क्षेत्रों के आसपास लगभग 20 नए हेलीपोर्ट बनाए जा रहे हैं। इससे सेना के जवान व उपकरणों को आसानी से सीमा तक पहुंचाया जा सकेगा।
वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम में शामिल गांव
जिला | गांव |
पिथौरागढ़ | 27 |
चमोली | 14 |
उत्तरकाशी | 10 |